बेंगलुरु
बेंगलुरु की इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी मेट्रो के लिए एक बड़ी उपलब्धि यह है कि पहली ड्राइवरलेस ट्रेन चीन से भेजी गई है।
बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMRCL) के अधिकारियों ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी मेट्रो (19 किलोमीटर येलो लाइन) के लिए पहली छह कोच वाली ट्रेन 20 जनवरी को एक जहाज पर लादी गई थी और वर्तमान में चेन्नई के रास्ते में है।
बीएमआरसीएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मनीकंट्रोल (Moneycontrol) को बताया, “फरवरी 2024 के मध्य या अंत तक इसके चेन्नई बंदरगाह पर पहुंचने की उम्मीद है। चेन्नई से इसे सड़क मार्ग से बेंगलुरु के हेब्बागोडी डिपो तक पहुंचाया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “बीएमआरसीएल अधिकारियों की एक टीम ने फैक्ट्री स्वीकृति परीक्षण के लिए चीन का दौरा किया। चीनी सीमा शुल्क ने प्रेषण से पहले एक निरीक्षण किया। एक बार जब यह बेंगलुरु पहुंच जाएगा, तो लगभग तीन महीने तक परीक्षण किया जाएगा।”
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उन्होंने कहा, “मौजूदा मेट्रो कॉरिडोर के लिए डीटीजी (distance-to-go) सिग्नलिंग प्रणाली वाली एक और ट्रेन भी चीन से आएगी।”
हालाँकि पहली ट्रेन सितंबर 2023 में रवाना होने वाली थी, लेकिन कई कारणों से इसमें देरी हुई। येलो लाइन (आरवी रोड – बोम्मसंद्रा) बेंगलुरु में एक महत्वपूर्ण मेट्रो कॉरिडोर है, जो दक्षिण बेंगलुरु और इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी को जोड़ता है, जो इंफोसिस (infosys) और बायोकॉन (Biocon) जैसी कंपनियों का घर है।