नई दिल्ली
दिल्ली शराब घोटाला मामले में दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) की पांच दिन की हिरासत प्रवर्तन निदेशालय (ED) को दे दी। राउज़ एवेन्यू अदालत का यह आदेश केंद्रीय एजेंसी द्वारा उत्पाद शुल्क नीति मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत आप नेता को गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद आया है।
सुनवाई के दौरान, जांच एजेंसी ने सिंह की दस दिन की रिमांड मांगी थी और कहा था कि वह मामले में आप सांसद का उनके खिलाफ डिजिटल सबूतों से सामना कराना चाहती है।
संजय सिंह की ओर से पेश होते हुए वरिष्ठ वकील मोहित माथुर (Mohit Mathur) ने अदालत में दलील दी, ”इस मामले की जांच चलती रहेगी और कभी खत्म नहीं होगी. दिनेश अरोड़ा जो एक प्रमुख गवाह हैं, उन्हें पहले दोनों एजेंसियों ने आरोपी बनाया था और बाद में वह इस मामले में सरकारी गवाह बन गये.”
सिंह के वकील ने ईडी की रिमांड याचिका का विरोध किया और कहा कि जो व्यक्ति इस मामले में शामिल ही नहीं है, उसके लिए 10 दिन की मांग करना बेतुकी स्थिति है.
अदालत में पेशी से पहले संजय सिंह ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी ‘मोदीजी का अन्याय है और वह चुनाव हार जाएंगे।’
अपने आरोप पत्र में, ईडी ने आरोप लगाया था कि सिंह ने अब समाप्त हो चुकी उत्पाद शुल्क नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसमें दावा किया गया कि नीति ने कई शराब निर्माताओं, थोक विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं का पक्ष लिया है।
दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया के खिलाफ मई में दायर एक आरोप पत्र में दावा किया गया था कि रेस्तरां मालिक दिनेश अरोड़ा सिंह और सिसौदिया दोनों के बेहद करीबी थे।
ईडी के मुताबिक, अरोड़ा की मुलाकात सिंह से हुई, जिसके जरिए वह अपने ही रेस्तरां में एक पार्टी के दौरान सिसोदिया के संपर्क में आए। एजेंसी ने दावा किया है कि संजय सिंह ने अरोड़ा को फोन किया और उनसे 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अन्य रेस्तरां मालिकों से चंदा मांगने को कहा।