महाराष्ट्र
महाराष्ट्र की राजनीति में आज अहम दिन है। एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की बगावत के बाद उद्धव ठाकरे गुट ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और शिंदे गुट के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की। शिंदे गुट भी ठाकरे गुट के 14 विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए कोर्ट पहुंच गया। करीब डेढ़ साल से कोर्ट में संघर्ष चल रहा था। (Eligibility of Shiv Sena MLAs will be decided today)
आख़िरकार कोर्ट ने गेंद विधानसभा अध्यक्ष के पाले में डाल दी। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर (Rahul Narvekar) पर कई बार कोर्ट की रोक के बाद आज वह इस संबंध में फैसला सुनाने जा रहे हैं। इसलिए सबकी निगाहें इस पर हैं कि कौन से विधायक अयोग्य होंगे और किस समूह के विधायक पात्र होंगे। अगर शिंदे गुट के विधायक अयोग्य घोषित हुए तो बीजेपी का प्लान बी क्या होगा, इस पर भी चर्चा शुरू हो गई है।
शिवसेना से बगावत कर एकनाथ शिंदे 16 विधायकों के साथ गुवाहाटी चले गए। इसके बाद महाविकास गठबंधन सरकार गिर गई। इस बीच, शिंदे गुट के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए उद्धव ठाकरे के गुट ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। इस बीच, शिंदे गुट ने भी उद्धव ठाकरे गुट के 14 विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए अदालत का रुख किया था। इसे सुलझाने में करीब डेढ़ साल लग गए। कोर्ट ने तारीख के हिसाब से यह फैसला सुनाया और विधानसभा अध्यक्ष से इस संबंध में फैसला देने को कहा। उधर, यह फैसला सुनाने के बाद भी विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने अभी तक इस संबंध में कोई फैसला नहीं सुनाया है। इसके चलते ठाकरे समूह फिर से कोर्ट पहुंच गया और इस पर फैसला सुनाने की मांग की। इस दौरान कोर्ट ने राहुल नार्वेकर को फटकार लगाई और रिजल्ट जल्दी घोषित करने के लिए समय सीमा दी। इसके बाद आज नतीजे घोषित किए जाएंगे।
चूंकि विधायक की अयोग्यता के मामले में आज फैसला सुनाया जाएगा, इसलिए कल रात से ही राजनीतिक घटनाक्रम तेज हो गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के वर्षा बंगले पर बैठकें चल रही हैं।
शिंदे समूह ने अंधेरी पूर्व उपचुनाव जीतने वाले विधायक आदित्य ठाकरे और ठाकरे विधायक रितुजा लटके के खिलाफ याचिका दायर नहीं की है। इसी के चलते शिंदे गुट की मांग है कि उद्धव गुट के बाकी 14 विधायकों को अयोग्य घोषित किया जाए। उद्धव ठाकरे गुट की मांग है कि शिंदे गुट के 16 विधायकों को अयोग्य घोषित किया जाए।
शिव सेना शिंदे गुट, एकनाथ शिंदे, चिमनराव पाटिल, अब्दुल सत्तार, तानाजी सावंत, यामिनी जाधव, संदीपन भुमरे, भरत गोगवले, संजय शिरसथ, लता सोनावणे, प्रकाश सुर्वे, बालाजी किनिकर, बालाजी कल्याणकर, अनिल बाबर, संजय रायमुलकर, रमेश बोरनारे, महेश शिंदे पर अपात्रता की लटकती तलवार है।
इधर ठाकरे गुट के अजय चौधरी, रवींद्र वायकर, राजन साल्वी, वैभव नाइक, नितिन देशमुख, सुनील राऊत, सुनील प्रभु, भास्कर जाधव, रमेश कोरगावंकर, प्रकाश फाकर, कैलास पाटिल, संजय पोटनिस, उदय सिंह राजपूत, राहुल पाटिल पर भी अपात्रता का फंदा लटका हुआ है।