बेंगलुरू
13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले दो आरोपियों को पास जारी करने वाले भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा (Pratap Simha) ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि केवल भगवान ही जानता है कि वह देशभक्त हैं या देशद्रोही। (People will decide whether I am a patriot or a traitor – Pratap Simha)

“प्रताप सिम्हा देशभक्त हैं या देशभक्त, इसका फैसला देवी चौमुंडेश्वरी, मां कावेरी और मेरे समर्थकों द्वारा किया जाएगा, जिन्होंने पिछले 20 वर्षों से मेरे लेखों को पसंद किया है और पिछले साढे नौ वर्षों से मैसूर और कोडागु के लोगों को मैंने जो सेवा प्रदान की है।” उन्होंने घटना घटने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा।
उन्होंने कहा, जब देश, धर्म या राष्ट्रीयता की बात आती है तो यहां के लोगों ने देखा है कि मैंने क्या किया है।
भाजपा सांसद ने कहा, “आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में लोग तय करेंगे कि प्रताप सिम्हा देशभक्त हैं या देशद्रोही क्योंकि अंतिम न्यायाधीश लोग हैं और उनका निर्णय सर्वोच्च होगा।”
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पत्रकारों से बात करते हुए, उन पोस्टरों पर एक सवाल का जवाब देते हुए, जो उन्हें “देशद्रोही” कहते हुए लगाए गए थे, उन्होंने आगे कहा, “वे (लोग) ही हैं जिन्हें अंततः निर्णय देना है। वे तय करेंगे कि मैं एक देशभक्त हूं या नहीं। मैं इसे उनके निर्णय पर छोड़ता हूं। मेरे पास इसके अलावा कहने के लिए कुछ नहीं है।”
संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना के बाद कांग्रेस और कुछ संगठनों ने सिम्हा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
घटना के बारे में पूछे जाने पर और क्या पुलिस ने उनका बयान दर्ज किया था, सिम्हा ने केवल इतना कहा, “मुझे जो कुछ भी कहना था, मैंने कहा है। मेरे पास इस पर कहने के लिए और कुछ नहीं है।”
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी (Pralhad Joshi) ने शुक्रवार को कहा था कि संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले की जांच के तहत सिम्हा का बयान दर्ज किया गया है।