सूर्य ग्रहण 2024
नई दिल्ली
भारत का सौर जांच आदित्य एल1 (Aditya L1) सोमवार, 8 अप्रैल को होनेवाले पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य के व्यवहार और किरणों पर नज़र रखेगा। इस दौरान, सूर्य कुछ देर के लिए चंद्रमा की छवी से पूरी तरह ढक जाएगा, जिससे कई देशों में पूर्ण अंधकार की स्थिती बनेगी। (total solar eclipse today)
8 अप्रैल को पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान, सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाएंगे, जिससे दिन के वक्त भी अंधेरा छा जाएगा क्योंकि चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक देगा। इस ग्रहण की स्थिती चार मिनट तक की होगी, इस दौरान इसकी रहस्यमयी बाहरी परत रोशन रहेगी।
आदित्य एल1, जो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का पहला सौर मिशन है, पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य को ट्रैक करने के लिये तैयार है। इससे इसरो को सूर्य के क्रोमोस्फीयर और कोरोना का और अध्ययन करने में मदद मिलेगी।
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लॉन्च होने के चार महीने बाद इस साल की शुरुआत में 6 जनवरी को आदित्य-एल1 लैग्रेंज प्वाइंट 1 (एल1 प्वाइंट) पर पहुंच गया। यह मिशन छह उपकरणों से लैस है क्योंकि यह लैग्रेंज प्वाइंट से सूर्य को ट्रैक और निरीक्षण करता है, जो पृथ्वी से १५ लाख किलोमीटर दूर है।
8 अप्रैल को पूर्ण सूर्य ग्रहण
पूर्ण सूर्य ग्रहण तब होगा जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरेगा, जिससे सूर्य की छवी पूरी तरह से अवरुद्ध हो जाएगी। चंद्रमा की छाया के बीच में स्थित क्षेत्रों में दिन के समय पूर्ण अंधकार का अनुभव होगा। इस दौरान सूर्य का कोरोना पृथ्वी से कुछ देर के लिए दिखाई देगा।
यह ग्रहण मेक्सिको, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा सहित उत्तरी अमेरिका के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। जहां से यह दिखाई देगा वे प्रमुख शहर हैं डलास, लिटिल रॉक, इंडियानापोलिस, क्लीवलैंड, बफ़ेलो और बर्लिंगटन। 2024 का पहला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।